जब टीटी ने बाबा नीम करौली को ट्रेन उतारा तो स्टेशन से हिली तक नहीं ट्रेन

Baba Neem karoli train miracle :- हमारे देश में साधु-संतों के कई चमत्कार देखने को मिलते है कई चमत्कारों की कहानियां तो पूरी दुनिया में जानी जाती है। कई संत महात्मा को हमारे देश में भगवान की तरह पूजते है। इन्ही में से एक संत बाबा नीम करौली जिनके भगत भी पूरी दुनिया में है। बाबा नीम करौली का असली नाम लक्ष्मण नारायण शर्मा था फिर उनका नाम बाबा नीम करौली पड़ा।बाबा नीम करौली को ट्रेन उतारा
तो आज हम आपको बाबा नीम करौली की चमत्कारिक ट्रेन वाला वाक्या बतायेंगे जो काफी लोकप्रिय है। इस कहानी का जिक्र रामदास जी की किताब मिरेकल ऑफ़ लव (Miracle of Love) में भी किया गया है। लेखक रामदास जी ने अपनी किताब में बताया है की बाबा नीम करौली एक दिन बिना टिकट ट्रेन में सवार हो गए थे। टीटी ने बाबा को बिना टिकट पाए तो उन्हें उत्तर प्रदेश के फ़र्रूख़ाबाद के नीम करौली गांव में ट्रेन से उतार दिया गय।

बाबा नीम करौली के ट्रेन से उतरने के बाद ट्रेन वहां से हिली भी नहीं। इसके बाद जब जाँच में टीटी ने रेलवे अधिकारियो से बताया तो बाबा नीम करौली को तलाश किया गय।  बाबा मिलने के बाद रेल अधिकारीयो ने बाबा नीम करौली से ट्रेन में बैठने की गुहार लगाई, तब बाबा नीम करौली मान गए और हस्ते हस्ते ट्रेन में बैठ गए और ट्रेन चालक को आशीर्वाद दिया तब जाके ट्रेन वहां से चल पायी।
इसके बाद बाबा की शर्त के अनुसार नीम करौली गांव में रेलवे स्टेशन बनवाया गया तब से उनका नाम बाबा नीम करौली पड़ा और पूरी दुनिया में इसी नाम से जाने जाने लगे। बाबा नीम करौली के आश्रम नैनीताल के कैंचीधाम, ऋषिकेश, शिमला, वृंदावन, फ़र्रूख़ाबाद जिले के नीम करौली गांव, भूमिआधार, हनुमानगढ़ी, दिल्ली और मुंबई में है।

रेलवे स्टेशनों के नाम में क्यों जुड़ी होती है ‘रोड’ बेहद खास है इसके पीछे की वजह

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर फेसबुक के सीईओ मार्क ज़ुकेरबर्ग (Mark Zuckerberg) एप्पल कंपनी के सीईओ स्टीव जॉब्स (Steve Jobs) क्रिकेटर विराट कोहली(virat kohli) और उनकी पत्नी अनुष्का शर्मा (anushka sharma) ये सब बाबा नीम करौली के मुरीद है। आपको हमारा आर्टिकल कैसा लगा कम्मेंट कर के जरूर बताये।