आपने आज तक विश्व की सबसे लंबी और उचि उड़ान वाली फ्लाइट के बारे में तो सुना होगा। भारत से अमेरिका या फिर यूरोप की फ्लाइट का सफर कई घंटे तक करना पड़ता है। जबकि आप डोमेस्टिक फ्लाइट दिल्ली से मुंबई भी जाएं तो भी आप को कम से कम 1:30 से 2 घंटे का समय लगेगा। आज हम आपको बताएँगे दुनिया की सबसे छोटी हवाई उड़ान के बारे में जो टेक ऑफ के बाद गंतव्य तक पहुंच कर लैंड करने में सिर्फ 53 सेकेंड का समय लगता है। ये एक कमर्शियल हवाई उड़ान है और प्रतिदिन कई यात्री इस फ्लाइट का सहारा लेकर एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाते हैं।
कहाँ से होती है ये उड़ान
सीएनएन की एक रिपोर्ट के अनुसार, करीब 53 सेकंड की यह उड़ान स्कॉटलैंड में होती है। स्कॉटलैंड के दो टापूओं के बीच ये फ्लाइट चलती है। ये उड़ान इसलिए होती है क्यों की इन दोनों टापूओं के बीच कोई पुल नहीं है। और इन टापूओं के बीच का समुंदर इतना पथरीला है कि यहां नाव चलाना भी बहुत मुश्किल है। इस वजह से एक टापू से दूसरे टापू पर जाने के लिए लोग इस हवाई जहाज का सहारा लेते हैं। ये फ्लाइट पिछले 50 सालों से यहाँ सर्विस दे रही है और इस फ्लाइट को लोगान एयर ऑपरेट करती है।
सबसे छोटी उड़ान का किराया कितना लगता है
इस 53 सेकंड की सबसे छोटी उड़ान के लिए प्रतिदिन यात्रियों को लगभग 14 पाउंड देने पड़ते हैं। भारतीय रुपयों के हिसाब से यह 1815 के आसपास आएगा। हालांकि देखा जाये तो स्कॉटलैंड के हिसाब से यह किराया बेहद कम है और यहां की सरकार इन दोनों टापूओं पर रहने वाले लोगों को इस प्लेन किराए में सब्सिडी भी देती है, जिससे इनलोगो को किराया कम देना पड़ता है। आपको बता दें इन दोनों टापूओं पर लगभग 690 लोग रहते हैं।
इन दोनो टापूओं के नाम की बात करें तो एक टापू का नाम है वेस्ट्रे और दूसरे टापू का नाम है पापा वेस्ट्रे। वेस्ट्रे में 600 लोग रहते हैं और पापा वेस्ट्रे में करीब 90 लोग रहते हैं।
जिस फ्लाइट से यह लोग हवाई यात्रा करते हैं, वह बहुत छोटी फ्लाइट है और इसमें एक बार में सिर्फ 8 लोग ही सवार हो सकते हैं। यहां रहने वाले लोगों का गुजारा ज्यादातर टूरिज्म से होता है। दुनियाभर से लोग इस छोटी उड़ान का हिस्सा भरने आते हैं। आप को हमारी जानकारी कैसी लगी कमैंट कर के जरूर बताये।