Bharuch Collector तुषार सुमेरा (Tushar Sumera):
अभी देश में हर जगह 10वीं और 12वीं (10th And 12th Result) के रिजल्ट की घोषणा हो रही है। और बच्चें अपने रिजल्ट को लेकर काफी चिंतित है। बच्चों के साथ साथ उनके माता-पिता को भी रिजल्ट की चिंता सताती है। एग्जाम में पास और फेल होने के अलावा कई छात्र कम नंबर आने से भी दुखी हैं. लेकिन ऐसा नहीं है कि अगर परीक्षा में नंबर कम आए हैं तो करियर की संभावनाओं पर सवाल खड़े होने लगे.
ऐसा कहते हैं कि 10वीं और 12वीं क्लास का रिजल्ट पर बच्चों का भविष्य निर्भर होता है। लेकिन क्या सच में 10वीं और 12वीं क्लास की परीक्षा के नंबरों पर बच्चों का भविष्य निर्भर होता है? इसका जवाब अब एक आईएएस अधिकारी (IAS Officer) ने दिया है। और परीक्षा में कम अंक आने वाले कई छात्रों को प्रेरित किया कि, उनका भविष्य संकट में नहीं है.
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— Tushar D. Sumera,IAS (@TusharSumeraIAS) June 11, 2022
छत्तीसगढ़ कैडर के आईएएस अधिकारी अवनीश शरण ने भरूच कलेक्टर तुषार सुमेरा की मार्कशीट को लेकर ट्वीट करते हुए, लिखा कि, कलेक्टर तुषार सुमेरा को 10वीं की परीक्षा में सिर्फ पासिंग मार्क्स आए थे. 100 में से उसे केवल 35 अंग्रेजी में, 36 गणित में और विज्ञान में 38 मिले। वो न केवल पूरे गांव में बल्कि अपने स्कूल में भी, उसे ये ही बताया गया कि वह कुछ नहीं कर सकता,”
तुषार सुमेरा 2012 में आईएएस अधिकारी बने। उन्होंने आर्ट्स स्ट्रीम में स्नातक की पढ़ाई पूरी की और यूपीएससी परीक्षा पास करने से पहले एक स्कूल शिक्षक के रूप में काम किया।