अगर बढ़ती उम्र में फिट और जवां रहना चाहते हो तो ये पोस्ट आप के लिये ही है. बढ़ती उम्र में शरीर और दीमाग को फिट रखने के लिये संतुलित भोजन के साथ योग का भी अहम रोल होता है. रोजाना योग करने से शरीर लचीला और ऊर्जावान होता है और फोकस बढ़ता है. दीमाग और शरीर को फिट रखना है तो आप को संतुलित आहार के साथ योग का भी अहम रोल होता है. अगर आप भी 50 की उम्र में 25 की उम्र के दिखना चाहते हो तो और साथ शरीर और दीमाग को फिट रखना चाहते हो तो आप को ये 5 योग आसन को डेली रूटीन में शामिल करना होगा.
त्रिकोणासन (Trikonasana) :- इस योग लिए सबसे पहले सीधे खड़े हो कर. उसके बाद दोनों पैरों के बीच 3 से 4 फीट की दूरी बनाकर रखना है. फिर दोनों हाथों को जांघों के बगल में रख लें. इसके बाद बाहों को कंधे तक फैला लें, फिर धीरे-धीरे सांस लेते हुए दाएं हाथ को सिर के ऊपर लेकर आए. और आपका हाथ कान को छूना चाहिए. अब सांस छोड़ते हुए अपने शरीर को बाईं तरफ झुका लें. फिर इस मुद्रा में कुछ देर तक बने रहें. इसके बाद प्रारंभिक अवस्था में वापिस आ जाएं. इस आसन को आप रोजाना 3 से 5 बार रिपीट सकते हैं.
त्रिकोणासन
उत्कटासन (Utkatasana) :- इस योग आसन को करने से लिए आप सबसे पहले सीधा खड़े हो जाईये. फिर अपने पैरों की बीच बराबर की दूरी बनाकर फिर आप सांस लेते हुए दोनों हाथों को सिर के ऊपर उठाएं. फिर अपने पैरों को घुटनों से मोड़ें और कूल्हों को नीचे की तरफ लाएं. इस आसन में आपका आकार कुर्सी जैसा बनाना होगा, और इस आसन में आप कुछ देर तक ऐसे ही बने रहें. इसके बाद आप बापस प्रारंभिक अवस्था में आ जाएं. इस प्रकार आप रोजाना 3 से 5 बार रिपीट सकते हैं.
उत्कटासन (utkatasana)
बालासन (Balasana):- बालासन करने के लिए सबसे पहले आपको घुटनों के बल बैठना है, और अपने शरीर का सारा भार एड़ियों पर डाल कर, आपको गहरी सांस अंदर लेते हुए आगे की ओर झुकना है. इसके साथ ही आपका सीना जांघों को छूना चाहिए और माथे से फर्श को छूने की कोशिश कीजिये. फिर कुछ सेकंड तक इस स्थिति में रहने के बाद वापस प्रारंभिक अवस्था में आ जाएं. इस आसान को आप 3 से 5 बार रिपीट कर सकते हैं.
बालासन (Balasana)
पवनमुक्तासन (pawan muktasana):- पवनमुक्तासन को करने के लिए सबसे पहले आपको पीठ के बल लेट कर, अपने दोनों पैरों को एक साथ उठा कर फिर पैरों को घुटनों से मोड़ लें. इसके बाद आप अपने घुटनों को मुंह के पास लाने की कोशिश करें. और अपने दोनों हाथों से पैरों को पकडे. और ऐसा करते समय अपने घुटनों से नाक को छूने की कोशिश कीजिये. फिर लगभग 30 सेकंड तक इस स्थिति में रहने के सांस को छोड़ते हुए फिर से प्रारंभिक मुद्रा में आ जाएं. इस आसन को 10 से 15 बार इस रिपीट कर सकते है.
पवनमुक्तासन (pawanmuktasana)
भुजंगासन (Bhujangasana):- भुजंगासन को करने के लिए पेट के बल लेट कर अपनी कोहनियों को कमर से सटा के रखना है. अब हथेलियां ऊपर की ओर रख लें. अब धीरे-धीरे सांस को अंदर लेते हुए अपनी छाती को ऊपर की ओर उठा लें. इसके बाद अपने पेट वाले हिस्से को धीरे-धीरे ऊपर उठा लीजिए और इस स्थिति में आप 30 से 60 सेकंड तक रहें. इसके बाद फिर आप सांस को छोड़ते हुए प्रारंभिक मुद्रा में आ जाएं. आपको इस आसान को 3 से 5 बार रिपीट करना चाहिए.